इस हेल्थ कार्ड -कार्ड में आपके रोग और इलाज का सिरेवार पूर्ण विस्तार होगा -किस अस्पताल ने आपका कब कब इलाज किया क्यों बीमारी वजह असफलता हाथ क्यों लगी विस्तार होगा।
–कृष्णराज अरुण —

नई दिल्ली ( ऑपरेशन क्राइम अलर्ट ) अब देश में सिटीजन हेल्थ कार्ड भी लोगों के हाथों में मौजूद होगा जल्द जिसमे पीएम मोदी द्वारा जारी उद्द्घाटित यह कार्ड हर मरीज का विवरण कुंडली खोलकर रख देगा की उसकी परिस्थति रोग और इलाज ना ना हो पाने के कारण। जबजब उसने झन्न भी इलाज किया उस अस्पताल का विवरण होगा।
यह जानकारी अहम हैकि आपकी सारी जानकारी हेल्थ कार्ड में मौजूद होगी। डॉक्टर सिर्फ आपकी आईडी से ये जान सकेंगे कि आपको पहले कौन सी बीमारी रही है और आपका कहां क्या इलाज हुआ है।
इससे पहले यह नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन (NDHM) के नाम से चल रही थी। प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त, 2020 को लाल किले से इस योजना की घोषणा की थी। अभी यह अंडमान-निकोबार, चंडीगढ़, दादर नागर हवेली, दमनदीव, लद्दाख और लक्षद्वीप में चल रही है। अब पूरे देश में शुरू किया जा रहा है। इस मिशन का मसकद यह है कि हर शख्स की हेल्थकेयर सर्विस देने वाले संस्थानों तक पहुंच को आसान बनाया जाए। वास्तव में निरोगी काया इंसान की पहली माया सावधानी रखने आगे की जिंदगी ला परवाही में ना कटे के लिए डाटा कलेक्ट हेल्थ कार्ड सबके हाथों में होना अनिवार्य है।
पीएम बोले मजबूत विकल्प देगा हेल्थ कार्ड ताकि आप निरोगी रहें –
इस हेल्थ कार्ड को लॉन्च करते हुए मोदी ने कहा कि बीते 7 वर्षों में, देश की स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने का जो अभियान चल रहा है, वह आज से एक नए चरण में प्रवेश कर रहा है। आज एक ऐसे मिशन की शुरुआत हो रही है, जिसमें भारत की स्वास्थ्य सुविधाओं में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने की ताकत है।
आज देश में 130 करोड़ आधार नंबर, 118 करोड़ मोबाइल सब्सक्राइबर्स, लगभग 80 करोड़ इंटरनेट यूजर और करीब 43 करोड़ जनधन बैंक खाते हैं। इतना बड़ा कनेक्टेड इन्फ्रास्ट्रक्चर दुनिया में कहीं नहीं है। ये डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर राशन से लेकर प्रशासन तक को तेज, पारदर्शी तरीके से सामान्य भारतीय तक पहुंचा रहा है।
पीएम के अनुसार कोरोना काल में टेलिमेडिसिन का भी अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। ई-संजीवनी के माध्यम से अब तक लगभग सवा करोड़ रिमोट कंसल्टेशन पूरे हो चुके हैं। ये सुविधा हर रोज देश के दूर-सुदूर में रहने वाले हजारों देशवासियों को घर बैठे ही शहरों के बड़े अस्पतालों के डॉक्टरों से कनेक्ट कर रही है।
आयुष्मान भारत (PM JAY) ने गरीब के जीवन की बहुत बड़ी चिंता दूर की है। अभी तक 2 करोड़ से अधिक देशवासियों ने इस योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा का लाभ उठाया है। इसमें भी आधी लाभार्थी, हमारी माताएं, बहनें, बेटियां हैं।
यूनिक हेल्थ कार्ड की विशेषता –
प्रधानमंत्री डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत एक यूनिक डिजिटल हेल्थ कार्ड दिया जाएगा, जो एक तरह का पहचान पत्र होगा। ये आधार जैसा ही होगा, जिसका 14 अंकों का रैंडम तरीके से जनरेट किया एक नंबर होगा। इसके जरिए किसी भी मरीज की निजी मेडिकल हिस्ट्री पता चल सकेगी।
यह कार्ड आधार के जरिए भी बनाया जा सकेगा और सिर्फ मोबाइल नंबर से भी बनाया जा सकेगा। इसका सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि अगर आप देश के किसी भी कोने में इलाज के लिए जाएंगे तो आपको कोई जांच रिपोर्ट या पर्ची आदि नहीं ले जानी होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि आपकी सारी जानकारी हेल्थ कार्ड में मौजूद होगी।